जो व्यक्ति किसी की मरणोंप्रान्त वह करम करे जिससे दिवंगन्त आत्मा पित्र नामक नरक मे ना जाये उसे पुत्र कहा गया । पुत्र कोई भी हो सकता है जो श्राध कर्म करे । व्यक्ती का बेटा , बेटी , जमाता , ब्र्हामण इत्यादी । कन्या भ्रूण्ड हत्या ना करे और शास्त्र को समझे ।
आदेश ...